आज हम आपको गुजरात के बोटाद शहर के पास स्थित सारंगपुर में स्थित भगवान हनुमान के ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे है जहां उनकी एक ऐसी प्रतिमा है जहां भक्तों के द्वारा नारियल का भोग चढ़ाया जाता है। जो कि उनकी प्रतिमा के मुंह में रख दिया जाता है। मूर्ति नारियल का आधा हिस्सा हाथ से भक्त को वापस दे देती है जबकि बचा हुआ हिस्सा हनुमानजी को अर्पित हो जाता है।
मंदिर के महंत श्रीलालभाई के अनुसार इस प्रतिमा को इसी उद्देश्य से बनाया गया है। उन्होंने मंदिर को साफ-सुथरा रखने के मकसद से इसकी पहल की है। उन्होंने बताया कि मंदिरों में नारियल फोड़ने के चलते गंदगी का माहौल रहता है। इसीलिए हमने ऐसी मूर्ति का निर्माण करवाया, जिससे भगवान को प्रसाद भी अर्पित हो जाए और गंदगी भी न हो।
साथ ही उन्होंने बताया कि वास्तव में मूर्ति के मुंह में एक मशीन लगाई गई है जो नारियल के दो टुकड़े कर देती है। मूर्ति के मुंह से नारियल अंदर जाता है जहां मशीन के जरिए दो हिस्सों में बंट जाता है।
एक टुकड़ा प्रतिमा के हाथ के जरिए बाहर आ जाता है जिसे श्रद्धालुजनों को प्रसाद के रूप में दे दिया जाता है जबकि बचा हुआ दूसरा हिस्सा मशीन में चला जाता है जिसे मंदिर प्रशासन भोग के रूप में स्वीकार कर लेता है।