कलौंजी लगभग हर किचन में पाया जाता है. छोटे-छोटे दिखने वाले काले दानों को हम कलौंजी कहते हैं. कलौंजी का इस्तेमाल अब तक आपने खाने में ही किया होगा. यह खाने के स्वाद को और बढ़ा देता है. ज़्यादातर पूड़ी, सब्जी और अचार में कलौंजी का इस्तेमाल होता है. लेकिन आपको शायद पता नहीं होगा कि कलौंजी न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत को भी दुरुस्त बनाता है. Health Benefits Of Kalaunji
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कलौंजी (Nigella sativa) एक प्रकार का बीज होता है जिसका प्रयोग कई प्रकार के पकवानों में किया जाता है। इसे कलौंजी का पौधा और काले बीज के नाम से भी जाना जाता है। इसकी कई प्रजातियां दक्षिण पश्चिम एशिया में है। सदियों से इस काले बीज का सेवन इंडिया, पाकिस्तान और बांग्लादेश के निवासी कर रहे है। कलौंजी एक बहुत ही अच्छी जीवन औषधि है और इसका प्रयोग 2000 वर्षो से दवाओं को बनाने में किया जा रहा है।
कलौंजी से सेहत को बहुत महत्वपूर्ण फायदे होते हैं. इसमें भरपूर मात्रा में वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, पोटैशियम, लोहा, मैग्नीशियम और जिंक पाए जाते हैं जो बहुत सी बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद करते हैं.

इस आर्टिकल में आज हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार कलौंजी हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. तो चलिए जानते हैं कलौंजी के सेवन से होने वाले कुछ महत्वपूर्ण फायदों के बारे में.
कलौंजी का इस्तेमाल बचाता है इन बीमारियों से :
जोड़ों का दर्द :
जोड़ों के दर्द में कलौंजी बहुत फायदा करता है. यदि आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो आपको बस एक काम करना है. आपको बस नियमित रूप से कलौंजी के तेल से जोड़ों की मालिश करनी है. कुछ ही दिनों में दर्द अपने आप छूमंतर हो जाएगा.
हार्ट अटैक :
आपको शायद पता नहीं होगा कि कलौंजी का सेवन इंसान के दिल को भी स्वस्थ रखता है. कलौंजी का सेवन दिल के दौरे की संभावनाओं को बिलकुल खत्म कर देता है. इसके लिए आपको रोजाना एक चम्मच दूध में कुछ कलौंजी मिलाकर सेवन करना होगा. यह दिल की रक्षा करते हुए उसे स्वस्थ बनाता है और हार्ट अटैक की संभावनाओं को लगभग खत्म कर देता है.
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शरीर की सूजन :
शरीर में शुगर लेवल के बढ़ने से सूजन होता है. यही कारण है कि डायबिटीज के मरीजों से शरीर में सूजन रहती है. स्टडी से पता चला है कि अपनी रोज की डाइट में कलौंजी तेल या कलौंजी को शामिल करने से शरीर में सूजन और औक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम किया जा सकता हैं. कलौंजी या काले बीज पोटेशियम से भरे हुए होते हैं.
इसकी वजह से डायबिटीज रोगियों को अद्भुत फायदे मिल सकते हैं. इसके अलावा, यह आयरन और इम्युनिटी बढ़ाने वाले विटामिन सी में भी काफी रीच है जो डायबिटीज रोगियों के सेहत की सुधार के लिए जरुरी हैं. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को अपने डेली डाइट में काले बीज, या इसके तेल को शामिल करके इसका फायदा लेना चाहिए.

शुगर (मधुमेह) :
जिनको शुगर की बीमारी है उनके लिए भी कलौंजी बहुत फायदेमंद होता है. शुगर के पेशेंट्स को कलौंजी का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए. शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए पेशेंट को रोजाना एक चम्मच कलौंजी डिनर के बाद पानी से निगल लेना चाहिए. इसका नियमित इस्तेमाल कुछ ही दिनों में आपके शुगर के लेवल को कंट्रोल कर देगा.
चेहरे के लिए :
त्वचा के फोड़े-फुंसी और शुष्क त्वचा को दूर करने के लिए भी किया जाता है। यह फोड़े और कील-मुँहासो को जन्म देने वाले बैक्टीरिया से लड़ती है और त्वचा को साफ, सुथरी और चमकदार बनाने में मदद करती है। इसका प्रयोग करने से चेहरे से दाग-धब्बे मिट जाते हैं और आपकी त्वचा युवा और उज्ज्वल दिखाई देती है।
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बालों के लिए :
आजकल महिला हो या पुरुष बालों के झरने की समस्या से हर कोई परेशान है। और बालों का झरना, शरीर में न्यूट्रीशन और उचित पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है। ऐसे में कलौंजी में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण बालों की जड़ो को मजबूत बनाते है और उन्हें झड़ने से रोकते हैं। इसके लिए कलौंजी के तेल से रोजाना सिर की मालिश करें। इसके अलावा कलौंजी के बीज का लेप बनाकर सिर पर लगाने से भी बालों की जड़े मजबूत बनती है।
आँखों के इलाज के लिए :
नेत्र रोग व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकता है। ऐसे में कलौंजी के तेल का प्रयोग आँखो की रोशनी को बढ़ाने और आँखो के इलाज के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार है। यह आँखो के लालपन या आँखो से पानी आने जैसी समस्या को दूर करने में सहायक होता है। इसके साथ ही यह मोतियाबिंद जैसे रोगो को भी ठीक करता है। इसके इस्तेमाल के लिए गाजर के एक गिलास जूस में 2 चम्मच कलौंजी के तेल को मिलाकर सुबह शाम दो बार पिएं।

जानिए किन लोगों का इसका उपयोग करने से बचना चाहिए
- पित्त दोष वाले लोग, जो गरमी और चरपराहट बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं, उनको इसका सेवन नहीं करना चाहिए। यह कुछ लोगों के अमाशय में जलन या खराबी का कारण बन सकता है।
- यह मासिक धर्म जल्दी ला सकता है, इसलिए जिन महिलाओं को मासिक धर्म बहुत ज्यादा होते हैं उनको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन करने से बचना अच्छा है। बच्चों को स्तनपान कराने वाली माताएं इसे सिमित मात्रा में ले सकती है।
- यह रक्तचाप के स्तर को कम कर सकता है, इसलिए उच्च रक्तचाप की दवा खाने वाले लोगों को एहतियात जरूरी है।
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