कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए सम्पूर्ण भारत में लागू लॉकडाउन के बीच घरों में लोग चैत्र नवरात्र की तैयारियों में जुटे हैं। वहीँ घरों में लोग साफ-सफाई के साथ पूजन सामग्री और फल, मिष्ठान्न, फलाहार जुटाने के साथ लोग नौ दिन तक पाठ बैठाने की तैयारी में लगे हैं। चैत्र नवरात्र में लोगों को विश्वास है कि मां जगदम्बा खुद इस संकट से निजात दिलायेेगी। Navratri Poojan at Home
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चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व 25 मार्च, बुधवार से शुरू हो चुका है। शायद आपको पता ना हो इसी दिन उगादी का पावन पर्व भी मनाया जाएगा और इसी के साथ हिन्दू नववर्ष संवत 2077 भी शुरू हो जायेगा । इस बार नवरात्रि पूरे नौ दिनों की है जो अगले महीने अप्रैल की 2 तारीख दिन गुरुवार को राम नवमी तक रहेगी।
भारतीय संस्कृति के अनुसार, नवरात्रि में जहां घर में देवी दुर्गा को नौ दिनों तक स्थापित किया जाता है, कलश स्थापना तथा अखंड दीप जलाया जाता है वहीं नौ दिनों तक व्रत भी रखा जाता है। भक्तजन घर में पूजा करने के साथ ही देवी मां के मंदिर जाकर दर्शन भी करते हैं लेकिन दुर्भाग्यवश इस बार कोरोना वायरस की वजह से देश के सभी मंदिरों को बंद कर दिया गया है और इस दौरान हमें घर से निकलने से बचना भी चाहिए।

तो आइये यहां जानते हैं कि कैसे हम घर पर रहकर ही चैत्र नवरात्रि में हम पूजा-पाठ कर सकते हैं और कई ऐसे खास काम भी कर सकते हैं जिससे देवी मां प्रसन्न हो सकती है। और हमें मनचाहा वरदान भी मिलेगा.
1. सबसे पहले तो नवरात्रि के पहले दिन की शरुआत हमें शुभ तरीके से करनी चाहिए। जैसे हम रोज सुबह उठते ही सबसे पहले हाथों के दर्शन करते हैं वैसे ही इस दिन भी करना चाहिए। इसे करदर्शन कहते हैं।
इस दौरान ये मंत्र बोलें- ( इस मंत्र से दिन की शुरुआत शुभ होती है)
कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती।
करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्॥
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2. इसके बाद नहाते समय स्नान मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र के जाप से घर पर तीर्थ स्नान का पुण्य मिल सकता है
गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती।
नर्मदे सिंधु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु।।
3. स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं और ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें। ध्यान रहे सूर्य को जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का उपयोग करना उचित माना जाता है।
4. इस बात का विशेष ध्यान रखें की देवी दुर्गा की पूजा से पहले गणेशजी की पूजा करें। हम सभी जानते हैं गणेशजी प्रथम पूज्य देव हैं इसीलिए हर शुभ काम की शुरुआत श्री गणेशजी की पूजा से ही करनी चाहिए।

5. अब देवी दुर्गा की प्रतिमा को स्वच्छ जल से स्नान कराएं। वस्त्र अर्पित करें, फूल चढ़ाएं व अन्य पूजन सामग्री अर्पित करें।
6. इसके बाद माता को लाल चुनरी चढ़ाएं और नारियल अर्पित करें। घर में बने हलवे (या जो भी अपने भोग के लिए बनाया हो) का भोग लगाएं। माता के सामने धूप-दीप जलाएं।
7. दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। दुर्गा सप्तशती के पाठ में समय अधिक लगता है, अगर आपके पास समय कम है तो दुं दुर्गायै नम: मंत्र का जाप कम से कम 108 बार कर सकते हैं। मंत्र जाप रुद्राक्ष की माला की मदद से करें तो और भी अच्छा रहेगा ।
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8. इसके बाद पूजा में माता को फलों का भोग लगाएं और पूजा के बाद फलों का वितरण करें। नवरात्रि में रोज देवी पूजा के बाद घर के आसपास ही किसी गरीब व्यक्ति को धन और अनाज का दान करना चाहिए। अगर संभव हो सके तो वस्त्रों का दान भी करें।
9. नवमी के दिन यानी 2 अप्रैल को घर के आसपास की छोटी कन्याओं को घर पर निमंत्रण देकर इनकी पूजा करें, भोजन कराएं और भोजन के बाद कन्याओं को दक्षिणा दें, वस्त्र दें। छोटी कन्याओं को देवी मां का स्वरूप माना गया है। इसी वजह से हिन्दू धर्म में नवरात्रि में इनकी पूजा करने की परंपरा प्रचलित है।

तो ऐसे विधि-विधान से पूजा करके आप कोरोना वायरस की वजह से मंदिर गए बगैर भी पूजा का शुभ फल पा सकते हैं। और मातारानी से प्रार्थना करेंगे की जल्द से जल्द इस वायरस से दुनिया को मुक्ति मिले . जय माता दी
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