ये बात तो आप सभी लोग जानते होंगे कि आदमी से ज्यादा वफादर जानवर होता है। ऐसे में अगर कुत्ते की बात की जाए तो कुता सबसे ज्यादा वफादार जानवरों में से एक है। लेकिन आज कुत्ते को लेकर एक चौकाने वाली जानकारी देने जा रहे हैं, जिसका खुलासा आरटीआई के हवाले से किया गया है।
आपको बता दें कि कुत्ते की वफादारी सेना में भी देखने को भी मिलती है, सेना में कई कुत्ते तो ऑफिसर रैंक के भी होते है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेना मे शामिल कुत्ते जब रिटायर होते हैं तब उनके साथ क्या होता है। तो शायद इसका जवाब आपके पास न हो…
दरअसल बताया जाता है कि भारतीय सेना में जो कुत्ते काम करते हैं उनको रिटायरमेंट के बाद सेना द्वारा गोली मार दी जाती है। इस जानकारी के बाद लोगों के मन में तरह के तरह के सवाल खड़े होने लाजमी है, ऐसे में किसी व्यक्ति ने रिटायरमेंट के बाद कुत्तों को गोली मारने के सबंध में आरटीआई के जरिए जवाब मांगा।
तब उस व्यक्ति को पता चला कि, हां कुत्तों को रिटायरमेंट के बाद गोली मार दी जाती है और इसके पीछ सबसे बड़ा कारण होता है सिक्योरिटी रीजन।
दरअसल आर्मी का ऐसा मानना है कि रिटायरमेंट के बाद कुत्ते किसी ऐसे आदमी के हाथ न लग जाए जो देश के लिए खतरा बन जाए, क्योंकि कुत्ते को आर्मी के लगभग सभी गुप्त स्थानों के बारे में पता होता है।
सेना के हवाले से बताया जाता है कि जब कुत्ते का स्वास्थ्य खराब होता है तो उसका चेकअप करया जाता है, लेकिन अगर इलाज के एक एक महीने तक कुत्ते की हालत में सुधार नहीं होती है तब उसे गोली मार दी जाती है। ये जानकारी अगल-अलग मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से दी जा रही है।
आप को मालूम ही हैं कि भली ही ये कुत्ते बेजुबान हो पर इनके अंदर भी जान तो होती ही हैं । सेना के पास इतना फण्ड तो होता ही हैं की वे इन कुत्तो का अच्छे से देखभाल कर सके क्यूंकि ये कुत्ते भी अपने देश के लिए ही काम कर रहे हैं।